rahuleshwar3
Mahavir Jayanti, Jan Sangh Party, Guru Rahuleshwar, Jayendra Singh
भगवान महावीर स्वामी दुनिया के उन महात्माओ में से एक है जिन्होंने मानव जाति की भलाई के लिए अपना राज्य,धन-एश्वर्य और सारी सुख-सुविधाएँ छोड़कर त्याग और तपस्या का रास्ता अपनाया.वे जैन धर्म के 24वे तीर्थकर थे.भगवान महावीर का जन्म करीब ढाई हजार साल पहले कुण्डलपुर में हुआ था.
उन्होंने सारे संसार को सत्य और अहिंसा का पाठ पढाया और पूरी दुनिया को जैन धर्म के पांच सिद्धांत बताये- सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह, ब्रह्मचर्य और अस्तेय.
आज जब चीन से कोरोना वायरस (COVID 19) पूरे संसार में महामारी का रुप लेता हुआ फैल चुका है और विश्वभर की सभी अर्थव्यवस्थाओं पर लॉक डाउन लगा हुआ है तब मुख्य रुप से चीन और विश्व भर में मांसाहार करने वाले सभी देशों को भगवान महावीर के इन दिव्य वचनों का अनुसरण जरुर करना चाहिए।
जीओ और जीने दो,किसी को दुःख मत दो क्योंकि सभी का जीवन उनके लिए प्रिय होता है. (भगवान महावीर स्वामी)
गुरु राहुलेश्वर, राष्ट्रीय सचिव
जन संघ पार्टी
Mahavir Jayanti, Jan Sangh Party, Guru Rahuleshwar, Jayendra Singh
भगवान महावीर स्वामी दुनिया के उन महात्माओ में से एक है जिन्होंने मानव जाति की भलाई के लिए अपना राज्य,धन-एश्वर्य और सारी सुख-सुविधाएँ छोड़कर त्याग और तपस्या का रास्ता अपनाया.वे जैन धर्म के 24वे तीर्थकर थे.भगवान महावीर का जन्म करीब ढाई हजार साल पहले कुण्डलपुर में हुआ था.
उन्होंने सारे संसार को सत्य और अहिंसा का पाठ पढाया और पूरी दुनिया को जैन धर्म के पांच सिद्धांत बताये- सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह, ब्रह्मचर्य और अस्तेय.
आज जब चीन से कोरोना वायरस (COVID 19) पूरे संसार में महामारी का रुप लेता हुआ फैल चुका है और विश्वभर की सभी अर्थव्यवस्थाओं पर लॉक डाउन लगा हुआ है तब मुख्य रुप से चीन और विश्व भर में मांसाहार करने वाले सभी देशों को भगवान महावीर के इन दिव्य वचनों का अनुसरण जरुर करना चाहिए।
जीओ और जीने दो,किसी को दुःख मत दो क्योंकि सभी का जीवन उनके लिए प्रिय होता है. (भगवान महावीर स्वामी)
गुरु राहुलेश्वर, राष्ट्रीय सचिव
जन संघ पार्टी