Back to photostream

Is-Astrology-of-any-Use (1)

 

आज Foresight ने चलाये है 2-2 ऑफर :-

 

1) बनवाइए Foresight का P3 मॉडल और पाइये अपने वर्षफल की रिपोर्ट मुफ्त में। Foresight का P3 मॉडल बनवाने के लिए हमे कॉल कीजिये या व्हाट्सप्प कीजिये 7983037674 पर।

 

2) Foresightindia आज 50 % ऑफ पर वर्षफल ऑफर कर रहा है वर्षफल के माध्यम से आप अपने करियर और व्यवसाय में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। यह कुंडली इस क्षेत्र में आपका मार्गदर्शन करेगी।अधिक जानकारी के लिए आज ही download करे -https://www.foresightindia.com/basichoro/V1या हमे call- +917983037674 या whatsapp - 917983037674 करे. हमारी Email id info@foresightindia.com है।

 

अवकार चक्र (लगना लगना भगवान राशी और पाय राशी भगवान सूर्य साइन नक्षत्र नक्षत्र भगवान चरन नाम योग का पहला वर्णमाला योग करण गण योनी नदी वाराण वारा वर्गा)।

मालेफिक्स (घटक)

ग्रहों की डिग्री- ग्रह प्रत्येक कुंडली में अपनी डिग्री के आधार पर विशेष अवस्थों (राज्यों) में स्थित हैं।

तारा चक्र- नौ सितारों को बुलाया जाता है (1) जन्मा (2) सम्पत (3) विपता (4) केसेमा (5) प्रतिारी (6) साधक (7) वधा (8) मित्र और (9) अतीमित्र।

लगना चार्ट- आपकी लगना (अभिषेक) की गणना आपकी जन्मतिथि, समय और आपके जन्म के स्थान के आधार पर की जाती है।

नवम्सा चार्ट (डी-9) - इसका प्रयोग आमतौर पर देशी, पति / पत्नी, विवाहित जीवन आदि के विवाह के बारे में भविष्यवाणियों के दौरान किया जाता है, लेकिन मूल और उसके पति / पत्नी के विशेष विवरणों को जानने के लिए भी उपयोगी होता है।

 

भावा चार्ट और भावा डिग्री- आपके जन्म चार्ट (जन्मा कुंडली) और भाव चार्ट का एक ऑनलाइन कुंडली विश्लेषण आपके भविष्य में एक सटीक अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।

 

शुभ-पापा वर्गा टेबल- सप्त वर्गा का मतलब सेवनफोल्ड प्वाइंट वर्गीकरण है। इसका लक्ष्य यह जानना है कि क्या ग्रहों को अधिक लाभ या नरक अंक मिल रहे हैं, जिन्हें शुभ अधिकारी और पापा अधिकारी के नाम से जाना जाता है।

 

वर्ष कुण्डली में गणना के संदर्भ में मुंथा का अत्यधिक उपयोग किया जाता है. जन्म कुण्डली में मुन्था सदैव लग्न में स्थित रहती है और हर वर्ष यह एक राशि आगे बढ़ जाती है. उदाहरण के लिए यदि किसी का जन्म मेष लग्न में हो तो जातक के जन्म समय मुन्था मेष राशि में होगी तथा आने वाले वर्ष में यह मुंथा वृष राशि में और इससे आगे आने वाले वर्ष में यह मिथुन में स्थित होगी इस तरह से प्रत्येक वर्ष मुंथा एक राशि आगे बढ़ जाती है.

भारतीय वैदिक ज्योतिष में वार्षिक कुंडली बनाई जाती है। यह कुंडली सूर्य पर आधारित होती है। क्योंकि हमारे जन्म के समय सूर्य एक निश्चित राशि और अंश में स्थित होता है। गोचर के दौरान जब सूर्य उसी राशि और अंश पर पहुँचता है तो उसी के आधार पर वार्षिक कुंडली तैयार की जाती है। इस वार्षिक राशिफल में पूरे वर्ष का फलादेश होता है जिसे सामान्य भाषा में वर्षफल या वार्षिक फलादेश कहते हैं।

 

मुंथा की गणना के लिए चाहिए की जन्म कुण्डली में लग्न की राशि संख्या ज्ञात करनी चाहिए जैसे यदि वह संख्या पांच है तो लग्न की राशि सिंह होगी.

 

गहराई में अपनी कुंडली की जांच करें या हमसे कुंडली विश्लेषण रिपोर्ट प्राप्त करें।

आप अपने P3V1(www.foresightindia.com/basichoro/P3V1)मॉडल को ऑर्डर कर सकते हैं और डाउनलोड कर सकते हैं (इस मॉडल में हम आपको प्रत्येक घर में अपनी कुंडली का गहरा विश्लेषण देते हैं.

2,997 views
0 faves
0 comments
Uploaded on December 22, 2018