sakshisoni807
Kshitij Se Indian spiritual book for young adults
क्षितिज से एक हिन्दी काव्यसंग्रह है। इसके रचियता श्री शिवनारायण जौहरी विमल स्वतंन्त्रता संग्राम सेनानी है। इनकी कविताएं कल कल करती झरने के समान बहती रहती है। नदी के रास्ते में जितनी बड़ी रूकावट आए, लेकिन वह बहना नही छोड़ती। इस काव्य संग्रह में शब्द निरूपण और वाक्य विन्यास उस पूर्णता के साथ संयोजित और निरूपित है कि शब्दों में अंतर्नििर्हत अर्थ एवं उनके भाव उनसे रिसते हुए से प्रेरित होते है।कवि की इन कविताओं में ना सिर्फ कल्पना है बल्कि ,भोगा और निकट से महसूस किया गया सत्य उद्घाटित होता है। यह कविताए भोगे हुए सत्य की पीड़ा में भीगे हुए शब्द है। जीवन के अलग रंगों को कविता में खूबसूरती से पंक्तिबद्व किया गया है । संग्रह की कविताएं हिन्दी काव्य प्रेमियां के दिल को छु लेगी।
काव्यसंग्रह की प्रमुख रचनाएं है
1 परछाई और मैं
2 नया आज
3 बुढा़पे का अकेलापन
4 कविता
5 मां ने कहा था
6 छुड़ा ही लाएंगे
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Kshitij Se Indian spiritual book for young adults
क्षितिज से एक हिन्दी काव्यसंग्रह है। इसके रचियता श्री शिवनारायण जौहरी विमल स्वतंन्त्रता संग्राम सेनानी है। इनकी कविताएं कल कल करती झरने के समान बहती रहती है। नदी के रास्ते में जितनी बड़ी रूकावट आए, लेकिन वह बहना नही छोड़ती। इस काव्य संग्रह में शब्द निरूपण और वाक्य विन्यास उस पूर्णता के साथ संयोजित और निरूपित है कि शब्दों में अंतर्नििर्हत अर्थ एवं उनके भाव उनसे रिसते हुए से प्रेरित होते है।कवि की इन कविताओं में ना सिर्फ कल्पना है बल्कि ,भोगा और निकट से महसूस किया गया सत्य उद्घाटित होता है। यह कविताए भोगे हुए सत्य की पीड़ा में भीगे हुए शब्द है। जीवन के अलग रंगों को कविता में खूबसूरती से पंक्तिबद्व किया गया है । संग्रह की कविताएं हिन्दी काव्य प्रेमियां के दिल को छु लेगी।
काव्यसंग्रह की प्रमुख रचनाएं है
1 परछाई और मैं
2 नया आज
3 बुढा़पे का अकेलापन
4 कविता
5 मां ने कहा था
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